बेपनाह, बेशुमार, बेहद, बेवजह, कुछ इसी तरह चाहा था तुम्हे_ The Sad Love Love Story In hindi
True Love Story In hindi
एक
समय की बात है। एक शहर में रिमझिम और शिव
रहते थे। दोनों में आपस में बहुत प्यार था।
पर
शिव हमेशा से बोलता रहता था। कि तुम मुझसे
प्यार नही करती हो पर हर बार रिमझिम उससे
यही बोलती कि इस दुनिया में मुझसे ज्यदा तुम्हे कोई प्यार नही कर सकता।
ऐसे
करते करते काफी समय बीत गया और शिव
रिमझिम से यही बात बोलता गया। एक
दिन जब उसने यही बात रिमझिम से फिर बोली
तो रिमझिम को दुःख हुआ उसने बोला मैंने तुम्हारे साथ बहुत समय व्यतीत किया है यही
सोच कर कि तुम कभी तो मेरे प्यार को समझोगे।
लेकिन तुम्हारे दिल में आज तक यही बात है।
तुम बताओ मै ऐसा क्या करू जिस से तुम्हे भरोसा हो जाये कि मै तुमसे कितना प्यार करती हू। शिव ने सोचा कि अच्छा मौका है पता करने का कि रिमझिम मुझसे प्यार करती भी है कि नही। शिव बहुत खुश था ये सोच कर कि वो अब बतायेगा कि वो हमेशा से सही था ।
शिव
ने कहा कि तुम सोच समझ के बोल रही हो कहीं तुम बाद में पछतावा न करो। रिमझिम ने कहा अगर मेरे कुछ करने से तुम्हे ये भरोसा
हों जाये कि मै भी तुमसे कितना प्यार करती हु । तो मै बहुत खुश हो जाउगी
शिव ने बोला तो ठीक तुम इस घर को छोड़ कर चली जाओ और तब तक न आना जब तक मै तुम्हे लेने न आ जाऊ ।
रिमझिम ने बोला बस इतनी सी बात शिव बोला मेरी पूरी बात तो सुनो तुम किसी और
के घर में भी नही रहोगी ।
और न ही अपने मम्मी पापा के घर जाओगी अगर मेरे लेने आने से पहले तुम यह वापस आई तो मै समझ जाउगा कि तुम मुझसे सच में प्यार नही करती ।
रिमझिम ने बड़े दुखी मन से बोला कोई मुसीवत हुई तो शिव बोला यही तो तुम्हारा इम्तिहान है अपना प्यार साबित करने के लिये। रिमझिम बोली ठीक क्या मै तुम्हे एक बार गले लगा सकती हू। शिव बोला क्यों रिमझिम ने बोली शायद ये आखिरी बार हो ।
शिव बोला ठीक रिमझिम उसे गले लगाकर वहां चली गयी ।और सड़क पर एक पेड़ के नीचे जाकर बैठ गयी । ऐसे करते करते तीन दिन बीत गये । रिमझिम ने कुछ नही खाया शिव ये सोचकर खुश था कि रिमझिम वापस आ जायगी और रिमझिम ये सोचकर खुश थी ।
कि शिव उससे बहुत प्यार करता आज नही तो कल
वो उसे लेने जरुर आयगा शिव यही सोच रहा था
की रिमझिम जरुरु अपने मम्मी पापा के घर चली गयी होगी ।
एक रात को बहुत तेज तूफान आया रिमझिम ने सोचा चलो आज तो शिव जरुर आयगा । वो मुझे ऐसी हालत में नही छोड़ सकता है ।
अब तो शिव बहुत खुश था और शिव ने सोचा कि अब तो मै रिमझिम से बोलूगा कि कल मै तुम्हे सारी रात ढूंढता रहा तुम नही मिली ।
क्यों कि
शिव तो यही समझ रहा था कि रिमझिम अपने घर गयी गयी होगी इतने दिनों से बाहर तो नही
रह रही होगी । रिमझिम को ऐसा बोलकर और मै
ये शर्त जीत जाउगा ।
शिव ये सोचकर सो गया । जब सुबह हुई तो शिव बोला रिमझिम वापस नही आई इसका मतलब जरुर वो अपने घर गयी होगी । चलो चलकर देखते है । शिव ने आस-पास के हर घर में देख लिया लेकिन उसे रिमझिम कही नही मिली उसने बाकि रिश्तेदारों पूछा रिमझिम वहा भी नही मिली । शिव बोला रिमझिम गयी कहा जरुरु ये मेरे साथ कोई खेल खेल रही । हर जगह देखने के बाद जब शिव थक गया तो एक पेड़ के नीचे बैठ गया । जब उसने आस पास देखा तो रिमझिम वहां मरी हुई पड़ी थी ।
यह देखकर शिव जोर जोर से रोने लगा । इतने में वह एक भिखारी आया और बोला आपका नाम शिव है शिव बहुत आशचर्य था । कि इसको मेरा नाम कैसे पता शिव बोला पर आप कैसे जानते । तो भिख्गरी ने बोला ये आपके लिए खत है जो कि इस यह पर बैठी एक लड़की ने दिया था और मुझसे बोला था कि मेरे पति का नाम शिव है वो मुझे यहा लेने जरुर आयगे ये उनको दे देना और जब शिव ने वह खत पढ़ा उसमे लिखा था । अगर कल तुम मुझे लेने आ जाते तो मै मरती नही ।
मै इस तूफान से नही अपने विश्वाश से मरी हू । कि तुमने मुझे ऐसी हालत में अकेला कैसे छोड़ दिया ।पर मुझे पता है तुम मुझे लेने इसलिए नही आये क्यों कि तुम्हे तो यही लगा होगा कि मै अपने घर चली गयी होगी ।
पर तुम्हे पता आज मुझे मरने का दुःख नही बल्कि आज मै बहुत खुश हू कि तुम्हे भरोसा हो गया कि मै तुमसे कितना प्यार करती थी । अगर तुमने उस दिन एक भी बार मुझसे ये बोला होता कि कोई परेशानी हो तो तुम वापस आ जाना । चाहे कुछ भी हो मै तुम्हे मुसीबत में अकेला नही छोड़ सकता ।
तो आज मै तो शायद मर जाती पर मेरा विश्वास नही मरता । लेकिन
ऐसे साथ जीने में भी क्या फायदा जहा विश्वास न हो । मै आखिरी सांस तक तुम्हारा
इंतजार करती रही कि मै तुमसे एक आखिरी बार बोल सकू कि मै तुमसे बहुत प्यार करती हू
। पर तुम नही आये । पर तुम अपने दिल में ऐसा कुछ न लाना कि ये सब तुम्हारी वजह से
हुआ
तुम्हे सारी जिन्दगी यही लगता रहा कि मै तुमसे प्यार नही करती । आज मुझे मरने का कोई गम नही बल्कि बहुत खुसी है कि अब तुम्हारे दिल में मेरे लिए कोई शक नही रहेगा । तुम अपनी बाकि कि जिंदगी सुकून से गुजार सकोगे । बस तुम्हे ये बात बोलन चाहती हू ।
कि अब तुम्हारी जिंदगी में कोई आये तो उसका ऐसा इम्तिहान न लेना जरुरी नही कि वो तुम्हारे लिए ऐसा करे और उसके ऐसा न करने से तुम्हे बहुत दुःख होगा । तो तुम मेरी मौत से दुखी न होकर इस बात से खुश रहना कि तुम्हारी रिमझिम तुमसे बहुत प्यार करती थीं ।
मै तो भगवान् से
यही मांगती हू । कि मुझे तुम्हरा साथ हर जन्म में मिले । शिव को अपने किये पर बहुत
पछतावा था । लेकिन अब बहुत देर हो चुकी थी । रिमझिम शिव को छोड़ कर जा चुकी थी ।
क्युकि
मेरे साथ ऐसा होता है
नही
तो जैसे शिव ने इतना प्यार करने बाली रिमझिम
को खो दिया । वैसे हम भी
किसी
अपने को खो सकते है
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